हाल ही में, AI स्टार्ट-अप Perplexity ने भारत में अपना AI-संचालित वेब ब्राउज़र Comet लॉन्च किया है। यह कदम भारत के बढ़ते डिजिटल मार्केट में अपनी जगह बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जा रहा है। Comet को एक "एजेंटिक ब्राउज़र" कहा जा रहा है, जिसका अर्थ है कि यह वेब ब्राउज़िंग के पारंपरिक तरीके से अलग है, क्योंकि यह उपयोगकर्ता को सीधे वेबसाइटों के बजाय AI एजेंटों के साथ बातचीत करने की सुविधा देता है।
Comet की प्रमुख विशेषताएं:
* AI एकीकरण: Comet GPT-4o, Claude 4.0 Sonnet और Perplexity के अपने Sonar मॉडल जैसे उन्नत Large Language Models (LLMs) का उपयोग करता है।
* व्यक्तिगत सहायक: यह ब्राउज़र एक व्यक्तिगत सहायक के रूप में काम करता है, जो मीटिंग शेड्यूल करने, ईमेल का जवाब देने और वेब पर रिसर्च करने जैसे काम कर सकता है।
* क्रॉमियम-आधारित: यह क्रॉमियम फ्रेमवर्क पर बना है, जिससे यह गूगल क्रोम के लोकप्रिय एक्सटेंशन के साथ भी संगत है।
* डेटा सुरक्षा: Comet के समर्थक इसे भारत में डेटा सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं, क्योंकि यह विदेशी सर्वरों पर निर्भरता को कम करता है।
क्या यह गूगल का विकल्प है? 🤔
Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास का कहना है कि यह केवल एक सर्च इंजन नहीं है, बल्कि भारत की डिजिटल स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत सरकार भी स्वदेशी ब्राउज़र विकसित करने पर काम कर रही है। Zoho जैसी भारतीय कंपनियों ने भी इस क्षेत्र में कदम रखा है।
Comet का यह लॉन्च भारत में AI और वेब टेक्नोलॉजी के भविष्य के लिए एक रोमांचक मोड़ हो सकता है।
भारत का डिजिटल वार! गूगल की नींद उड़ाने आया कॉमेट | India Launches COMET
यह वीडियो 'कॉमेट' के लॉन्च और उसके संभावित प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करता है।
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