छोटी दिवाली, जिसे नरक चतुर्दशी या रूप चौदस भी कहा जाता है, दीपावली से एक दिन पहले मनाई जाती है।
यह दिन पापों और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन स्नान, दीपदान और पूजा करने से सारे कष्ट दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।
👉 2025 में छोटी दिवाली 21 अक्टूबर (मंगलवार) को मनाई जाएगी।
🌟 छोटी दिवाली का महत्व (Significance of Chhoti Diwali)
पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था और 16,000 कन्याओं को उसके अत्याचार से मुक्त कराया था।
इसी वजह से इसे नरक चतुर्दशी कहा जाता है।
वहीं, इसे रूप चौदस भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन विशेष स्नान और पूजा करने से रूप-सौंदर्य और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
🕯️ छोटी दिवाली की परंपराएँ
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प्रातःकाल अभ्यंग स्नान (तेल और उबटन से स्नान) करना शुभ माना जाता है।
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संध्या के समय घर में दीपक जलाए जाते हैं।
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यमराज के नाम से दीपदान करने की परंपरा भी है।
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रूप चौदस पर स्त्रियाँ सुंदरता और स्वास्थ्य के लिए विशेष पूजा करती हैं।
💌 प्रियजनों को भेजें ये खास शुभकामना संदेश
🌸 शुभकामना संदेश 1
“🪔 छोटी दिवाली की ढेर सारी शुभकामनाएँ!
आपके जीवन से हर अंधकार दूर हो और सुख-समृद्धि का प्रकाश सदैव बना रहे।”
🌸 शुभकामना संदेश 2
“🌟 नरक चतुर्दशी के पावन पर्व पर
आपको और आपके परिवार को
स्वास्थ्य, धन और खुशियों की अनंत सौगात मिले।”
🌸 शुभकामना संदेश 3
“✨ रूप चौदस के अवसर पर
आपकी सुंदरता, स्वास्थ्य और समृद्धि सदा बनी रहे।
Happy Chhoti Diwali!”
🌸 शुभकामना संदेश 4
“🙏 दीपों के इस त्यौहार में
आपके जीवन से हर दुख और परेशानी मिट जाए।
आपका जीवन खुशियों से भर उठे।
छोटी दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ।”
🌙 निष्कर्ष
छोटी दिवाली न केवल त्योहारों की शुरुआत है बल्कि यह हमें सिखाती है कि
अंधकार पर हमेशा प्रकाश की जीत होती है।
तो आइए, इस दिन दीपक जलाकर और शुभकामना संदेश भेजकर अपने प्रियजनों के जीवन में खुशियों की रोशनी फैलाएँ।
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