हाल ही में भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़े धोखे का सामना करना पड़ा, जब कुछ प्रमुख देशों ने तेल आपूर्ति और व्यापारिक करारों में ऐसी चाल चली जिससे भारत को आर्थिक नुकसान हो सकता था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक चतुराई और रणनीतिक निर्णयों ने पूरे खेल को पलट दिया। जिन देशों ने भारत के साथ विश्वासघात किया, वे अब खुद मुश्किल में हैं। भारत ने वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाते हुए न केवल अपनी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी स्थिति भी और सशक्त बना ली।
इस पूरी घटना ने साबित कर दिया कि अब भारत कोई भी खेल चुपचाप सहने वाला देश नहीं है, बल्कि जवाब देने में भी सक्षम है।
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